परिवार पूर्ण हो जाता है। घर हर्ष उल्लास से भर जाता है। परिवार पूर्ण हो जाता है। घर हर्ष उल्लास से भर जाता है।
न जाने कितनी देर तक हम हंसी ठहाके लगाते रहे कि 12 बज गया। कोई सुबह उठने की जल्दी नही,कि न जाने कितनी देर तक हम हंसी ठहाके लगाते रहे कि 12 बज गया। कोई सुबह उठने की जल्दी...
भगवान से प्रार्थना करती हूं कि 21 दिन के भीतर ही हम इस संकट से उबर जाए। भगवान से प्रार्थना करती हूं कि 21 दिन के भीतर ही हम इस संकट से उबर जाए।
साहूकार अपने घर ले गया वहां अपने परिवार का एक सदस्य बना लिया। साहूकार अपने घर ले गया वहां अपने परिवार का एक सदस्य बना लिया।
- नारी को समानता का अधिकार आज तक नही मिल पाया जिसकी वे हकदार है । - नारी को समानता का अधिकार आज तक नही मिल पाया जिसकी वे हकदार है ।
कही बातों को विरासत के रूप में, अपने अंतर मन में रख लिया। कही बातों को विरासत के रूप में, अपने अंतर मन में रख लिया।